Speech on Importance of Time in Hindi – समय के महत्व पर भाषण

Speech on Importance of Time in Hindi – समय के महत्व पर भाषण

Speech on Importance of Time in Hindi – समय के महत्व पर भाषण – मेरे आदरणीय सभापति महोदय, अतिथि विशेष_ महोदय, माननीय शिक्षकगण और मेरे प्यारे सहपाठियों। आज मैं आपके सामने समय के महत्व पर अपने कुछ बिचार प्रकट करना चहता हूँ।

Speech on Importance of Time in Hindi - समय के महत्व पर भाषण
Speech on Importance of Time in Hindi – समय के महत्व पर भाषण

हम रोज देखते हैं कि सवेरे सूर्य निकलता है और चारों ओर चहल-पहल, भाग-दौड़ शुरू हो जाती है। लोग अपने रोज के कार्यों में जुट जाते हैं। बसें-गाड़ियां सड़कों पर दौड़ने लगती है। पशु-पक्षी सभी अपने अपने कामों में जुट जाते हैं और यही सिलसिला दिन छिपने तक चलता रहता है। सूरज जैसे ही दिन की यात्रा करके पश्चिम की ओर मुड़ता है, सब अपने-अपने घरों की और लौटने लगते हैं। जिंदगी ऐसे ही बीत जाती है।

इतिहास गवाह है कि जिसने बीते दिनों की ओर ध्यान नहीं दिया। समय और जीवन के महत्व को नहीं समझा। वह दुनिया में पशु-पक्षी के समान जन्मा और मृत्यु होने पर उन्हीं के समान चला गया। किंतु जिसने इस समय के महत्व को पहचाना उसने इतिहास की धारा को बदल दिया। दुनिया में कुछ करके दिखाया। 

लोग चंद्रगुप्त विक्रमादित्य, चंद्रगुप्तमौर्य, चाणक्य, शिवाजी, राणाप्रताप तथा उसी प्रकार राम और कृष्ण को आज तक याद करते हैं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस, महात्मा गांधी, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, वीर सावरकर आदि ने समय को अपनी मुट्ठी में रखा। स्वामी दयानंद, विवेकानंद तथा महर्षि अरविंद ने समय के महत्त्व को मानकर ही उसका सबसे अधिक उपयोग किया और संसार को ज्ञान दिया।

आज समय के महत्व को हम और भी अधिक समझते हैं। विज्ञान के वरदान ने समय की सीमा घटा दी है। पहले जो काम या यात्रा एक दिन में होती थी अब घंटे में होती है। थोड़े समय में अधिक काम करने की कला हम सीख रहे हैं। प्रत्येक कार्य को समय पर शुरू व समाप्त करने की आदत डालें तो जीवन में बहुत काम कर सकते हैं। जिन्होंने बड़े-बड़े काम किए उनके लिए भी दिन 24 घंटे का ही होता है। एक-एक क्षण का मूल्य पहचाने, उसे गवाएं नहीं। समय का महत्व ना जाने के कारण सारा समय हम बैठे-बैठे या सोते अथवा प्रतीक्षा करते हुए गवां देते हैं।

अपनी दिनचर्या में एक-एक मिनट को बहुमूल्य मानकर योजना बनाए। एक क्षण भी व्यर्थ ना गवाएं। छात्र है तो निजी कामों के लिए, पढ़ने और खेलने के लिए तथा सोने के लिए निश्चित घंटे तय कर ले ताकि थोड़े ही समय में बहुत काम कर सकें।

धन्यवाद

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